Kanwar Lake को Kanwar Lake Bird Sanctuary या Kanwar Jheel या Kabartal Wetland के नाम से भी जाना जाता है। जो बिहार के बेगुसराय जिले में है। एशिया की सबसे बड़ी मीठे पानी की ऑक्सबो झील है। यह मध्य एशिया के प्रवासी पक्षियों के लिए स्वर्ग है।

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Kanwar Lake
कांवर झील पक्षी अभयारण्य बिहार के बेगुसराय जिले में स्थित है। इसकी स्थापना 1987 में हुई थी। यह 2620 Hectare में फैला हुआ है। प्रवासी पक्षियों की 60 से अधिक प्रजातियों के लिए एक शीतकालीन स्वर्ग है। कंवर झील पक्षी अभयारण्य भारत के 91 रामसर स्थलों में से एक है। कंवर झील जिसे स्थानीय रूप से कबरताल वेटलैंड(Kabartal Wetland) के रूप में जाना जाता है, को नवंबर 2020 में बिहार के पहले रामसर स्थलों में शामिल किया गया है। इस झील का उपयोग मखाना की खेती के लिए भी किया जाता है।
यह आर्द्रभूमि(wetland) समृद्ध जैव विविधता का दावा करती है, जिसमें 165 पौधों की प्रजातियां और 394 पशु प्रजातियां हैं, जिनमें 221 पक्षी प्रजातियां शामिल हैं। यह 50 से अधिक मछली प्रजातियों के लिए आवास प्रदान करती है।
Birds Found In Kanwar Lake
- Oriental white-backed vulture
- Long-billed vulture
- waterfowl
- herons
- egrets
- storks
- kingfishers
- Common Sandpiper
- Ibis
- Greater Flamingo
Kanwar Lake Bird Sanctuary Timing
पक्षी अभयारण्य सुबह 7 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक खुला रहता है। बिहार विविध वनस्पतियों और जीवों के लिए स्वर्ग है । झील के हरे-भरे परिवेश में शांतिपूर्ण नाव की सवारी, प्रकृति की शांत सुंदरता मन को शांति प्रदान करती है। इस पक्षी अभयारण्य में पक्षियों का नजारा देखने के लिए विशेष रूप से सर्दियों के मौसम में आएं।
Kanwar Lake Bird Sanctuary Ticket Price
वर्तमान जानकारी के अनुसार कांवर झील पक्षी अभयारण्य में जाने के लिए कोई भी प्रवेश शुल्क नहीं है। यदि भविष्य में कोई प्रवेश शुल्क लगेगा तो आपको जानकारी दे दी जाएगी।
Losing Essence of Bird Sanctuary
पक्षी अभयारण्य अपनी महत्ता और मूल स्वरूप खोने के पीछे कई कारण हैं, जिनमें प्रमुख कारण इस प्रकार हैं—
- मानव अतिक्रमण और अवैध निर्माण – अभयारण्यों के आसपास और अंदर बस्तियों, सड़कों, औद्योगिक इकाइयों का निर्माण होने से प्राकृतिक आवास नष्ट हो रहा है।
- जल प्रदूषण – नालों, फैक्ट्री के अपशिष्ट और रासायनिक उर्वरकों से प्रदूषित पानी पक्षियों के जीवन के लिए खतरा बन रहा है।
- जलवायु परिवर्तन – तापमान में बदलाव, अनियमित वर्षा और सूखा पक्षियों के प्रवास और प्रजनन चक्र को प्रभावित कर रहा है।
- अत्यधिक पर्यटन दबाव – बिना नियंत्रण के पर्यटन गतिविधियाँ पक्षियों की शांति और प्राकृतिक आवास को बाधित करती हैं।
- अवैध शिकार और अंडों की चोरी – कुछ क्षेत्रों में अभी भी शिकार और पक्षियों के अंडों की चोरी जारी है।
- स्थानीय पौधों और मछलियों का विनाश – मखाना, जलकुंभी जैसे प्राकृतिक जल पौधों का अत्यधिक दोहन या अवांछित प्रजातियों का फैलाव भोजन श्रृंखला को प्रभावित करता है।
- प्राकृतिक जल स्रोतों का सूखना – नदियों का मोड़ना, तालाबों का भरना और भूजल दोहन से जल स्तर गिर रहा है, जिससे आर्द्रभूमि सिकुड़ रही है।
पक्षी अभयारण्यों के संरक्षण के उपाय
- कानूनी सुरक्षा और सख्त पालन – अवैध शिकार, अतिक्रमण और निर्माण कार्यों पर कड़ी निगरानी और सख्त दंड का प्रावधान।
- प्राकृतिक आवास की बहाली – आर्द्रभूमियों की सफाई, जल प्रवाह का पुनर्स्थापन, स्थानीय पौधों और मछलियों की पुनर्संवर्धन।
- जल प्रदूषण नियंत्रण – औद्योगिक अपशिष्ट और रासायनिक उर्वरकों का निस्तारण नियंत्रित करना, जैविक खेती को बढ़ावा देना।
- संतुलित पर्यटन नीति – इको-टूरिज्म को बढ़ावा देते हुए पर्यटक संख्या पर सीमा, गाइडेड टूर, और शोर-नियंत्रण।
- स्थानीय समुदाय की भागीदारी – ग्रामवासियों को संरक्षण में शामिल करना, रोजगार और प्रशिक्षण के अवसर देना ताकि वे संसाधनों की रक्षा करें।
- शिक्षा और जागरूकता अभियान – स्कूलों, कॉलेजों और मीडिया के माध्यम से पक्षियों के महत्व और संरक्षण के संदेश फैलाना।
- वैज्ञानिक अनुसंधान और निगरानी – पक्षियों की संख्या, प्रवास पैटर्न और स्वास्थ्य की नियमित निगरानी और डेटा संग्रह।
- जलवायु परिवर्तन अनुकूलन – वृक्षारोपण, जल संरक्षण, और प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना।
- अवैध गतिविधियों पर रोक – ड्रोन निगरानी, गश्ती दल, और स्थानीय स्वयंसेवकों का सहयोग लेकर अवैध शिकार व तस्करी को रोकना।
FAQ
Q. Kanwar lake is formed by which river ?
Ans- Burhi Gandak River
Q. कंवर झील किस राज्य में स्थित है?
Ans- Bihar, India
Q. कंवर झील पक्षी अभयारण्य की कीमत ?
Ans- No Data Available
Thanks For Visiting I Love Bihar
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